#OpenPoetry तुम्हारा सिर्फ हवाओं पे शक़ गया होगा, चिराग़ खुद भी तो जल जल के थक गया होगा, मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, तुम्हारा सिर्फ हवाओं पे शक़ गया होगा, . चिराग़ खुद भी तो जल जल के थक गया होगा,