अभी तो तुझसे टूट कर मोहब्बत भी नहीं की, अभी तो दिल ने तेरी इबादत भी नहीं की। अभी तो गुल खिलेंगे तेरे मेरे दरमियाँ, अभी तो तूने नज़रे इनायत भी नहीं की। फिर क्यों है जा रही तू ऐसे रूठ के जाना, अभी तो हमने कोई बग़ावत भी नहीं की। #love #separation