जिंदगी के इस मोड़ पर आ गए कि छोड़े से छोड़े नही बनता, लक्ष्य के करीब खड़े होकर पीछे हटने का मन नही करता, कर लिया अब दृढ़निश्चय जला ली मन मे पाने की मशाल है, पाना मतलब पाना है,सफलता के केसरिया से रंगना भाल है, किस्मत के भरोसे नही,मेहनत की तपस्या को अपनाना है, काश! से नही मेरा था मुझे मिला यह सबसे कहलवाना है। A challenge by Collab Zone🌟 ✔️समय - 30 मार्च शाम 5 बजे तक ✔️ 4-6 पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है । ✔️Collab करने के बाद कमेंट में done लिखना है । वरना हमारी नजरों से आपकी रचना छूट सकती हैं ।