छोड़ एक चीज, सभी को खो रहा हूँ जहाँ के सफ़र में यादों को ढों रहा हूँ बड़ा जिद्दी है तेरे यादों का ये क़ाफ़िला समय के लय में रफ़्ता रफ़्ता धो रहा हूँ मोहब्बत के हिस्से में अँधेरा ही मिला देखो फिर भी उजाले बो रहा हूँ मोहब्बत के हँसी पल को सोचकर मोहब्बत में ही देखो रो रहा हूँ तेरी ज़ुल्फों की घनी छाव से बेहतर "वरुण" सकूँ से माँ के आँचल में सो रहा हूँ ©® वरुण " विमला " ग़ज़ल- सुकूँ से माँ के आँचल में सो रहा हूँ #ग़ज़ल #gazal #nojoto #nojotogazal #nojotohindi #hindi #nojotoquotes