आंधी आंधी उड़ा ले गयी मेरे कुछ धूमिल ख्वाबों को- मेरे मन में उमड़ घुमड़ कर ये काली घटाएं अरमां मेरे मिटा देती हैं, मेरी कामनाओं को एक नश्तर की तरह मेरे ही सीने में चुभो लहू से भर देती हैं, मैं निस्तेज जिस्म लिए एक शून्य को ताकती रह जाती हूँ, जो सिर्फ मेरी आंखों के समक्ष काले काले बादलों को ला नृत्य प्रस्तुत करती हैं, मेरे मन मे उमड़ घुमड़ कर ये काली घटाएं...........!! #आंधी#कामनाये#अरमां#घटाएं #nojotohindi#nojotopost#nojotopoetry