*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“1/12/2021”*📚 🖋️*“बुधवार”* 🌟 आप “जीवन” में सदैव “प्रयास” में हैं कि आपको ये भी “पाना” है आपको वो भी पाना है,इन “वस्तुओं” की मुझे आवश्यकता है उन वस्तुओं की मुझे आवश्यकता है, आपने बहुत कुछ “पा” लिया, प्रश्न ये है कि आपको इन सबकी आवश्यकता भी है, इसका उत्तर आपके “अंतर्मन” में है, आपका “मन” जानता है कि आप की आवश्यकता क्या है ? उसमें “झांक” कर देखिए, “संतुष्टि” मनुष्य को आंनद देती है, जितना ही “संतुष्ट” “मनुष्य” होगा उतना ही अधिक “आंनद” उसके जीवन में होगा, अब आपको इस “बात” का “निर्णय” लेना है कि आपको “संतुष्टि” कब और कहां मिलेगी, ये “पूर्ण निष्ठा से कर्म” करने के पश्चात मिलेगी, इस “समाज” के “चक्कर” में “फंसकर” स्वयं को मत उलझाइए, अपने अंदर के “झूठे अहंकार” को बढ़ावा देने के लिए आप ऐसे “प्रयास” करते रहेंगे, तो “जीवन” कब जियेंगे... “रूक जाइए” और “शांत” हो जाइए, अपने “अंतर्मन” में “झांक” कर देखिए, ये “संतुष्टि” कहाँ है ? उस “संतुष्टि” को पा लिजिए ये “मन” सदैव “प्रसन्न” और “आनंदित” अवश्य रहेगा... *✍🏻“अतुल शर्मा* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“1/12/2021”*📚 🖋️ *“बुधवार”* 🌟 *#“जीवन”* *#“प्रयास”*