तुम मुझसे मै तुझसे एक शाम मिला था... तुम्हारी सूरत पर मेरी नज़रों का पहरा था... मै थोड़ा शरारती और तुम खामोश बैठी थी... हुई कुछ हमारे बीच अनचाही हरकत थी... खुद को उस पल का दोषी मान बैठा था... तुम्हारा मुझे माफ़ करना परेशान करता था... Hey writer Decorate this background with your suitable words. Must use hashtag- #cartoonsworld Specific hashtag- #CWplainBG364