न मेरी पसंद खास है न ही चाहतें गुलाबी हैं मेरी दुनिया छोटी सी और किस्सा किताबी है उसकी पिछली ज़िंदगी और मेरा मौज़ूदा दौर बहुत कसमकश से भरे दिन बीत जाता आख़िर पर यह शब नहीं गुज़रे लोगों ने बातों बातों में लिया सवाल के घेरे में कहा उसमें कुछ दाग़ हैं मैंने कहा तुम्हें क्या पता तभी तो उसे कहा चाँद है #shamaurtanhai #112 #365days365quotes