सज्जन (Gentlemen) POETRY IN CAPTION.. आज जब शब्दकोश में एक शब्द का वर्णन पढ़ा, आ गई टेढ़ी सी मुस्कान चेहरे पर और कुछ मुझसे ना बन पड़ा, वर्णन उस शब्द का पढ़ मेरा दिल घबराया, जिस शब्द को आधे जग द्वारा खोजा जाता है बाकी आधे जग में- उसमे भेदभाव नज़र आया, सिखा रहा वो शब्द जो था वो था दर्दनाक सा, सभ्य होने की परिभाषा पर था कुछ आघात सा, ऐसा नहीं कि कुछ अभद्र था उस वर्णन में,