Village Life आँखों में रहा, दिल में उतर कर नहीं देखा कस्ती के मुसाफिर ने कभी समंदर नहीं देखा बेवक़्त अगर जाऊंगा, तो सब चौंक पड़ेंगे इक उम्र हुई, दिन में कभी घर ही नहीं देखा जिस दिन से चला हूँ मंजिल पर मेरी नज़र है आँखों ने कभी, मील का पत्थए नहीं देखा ये फूल मुझे कोई विरासत में मिले हैं! तुमने तो मेरा काँटों भरा बिस्तर नहीं देखा पत्थर कहता है मुझे, मेरा चाहने वाला मैं मोम हूँ....... उसने मुझे छूकर नहीं देखा.... -बसीर बद्र कि कलम से- ©Guftgoon Lafzon Se GLS #villagelife #intzaar #baseerbadra #GuftgoonLafzonSe #FeelAndTalk #kavita #Poetry #gazal #Shayar