भीतर एक शोर जो गुमसुम सा है कहीं दूर बजती बाँसुरी की धुन सा है कभी दूर जाता कभी पास आता हुआ किसी शायर की अधूरी नज़्म सा है... #गुमशुदा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi