मुझे तश्तरी में सजाया पर होठों से ना चखा मुझे गुल समझकर लाया पर बगीचे मे ना रखा मैं खीचा चला आया तेरे चश्म ए चिराग को देख #नजदीकियाँ तो छोङो जनाब तुमने तो हमसे फासला भी ना रखा #शायरांश ©Dipendra singh Rajpurohit #नजदीकियाँ #alone