भरोसा था बहुत, आप की अदालत पर, इन्साफ तो रहते हैं बिकते ही, पता लगा जब, रोले हम गए थे #equality बिकता इन्सान #poetry #dhage #chaand #reality #poem #poetry #desipoetry #desipoet #sad #sadqoutes pooja negi# डॉ.अजय मिश्र