जब साथियो ने हसीनाएं चुनी, गुरुवर ने कविता का नाम बता साहित्य से मोहब्बत करा दिया। उन सबकी खुशियों का दृश्य दिखा, वक़्त ने मेरे जख्मो को फिरसे हरा-भरा किया।। वो ज़्यादा खुश है या, कुछ खुश ज़्यादा ही हम? आज उनके पास 4-4 मोहब्बत है, और हमारे पास उनसे 3 कम।। early life.... a journey of a poet