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कर्ज़ चुकाना पड़ता है, हर मर्ज चुकाना पड़ता है, हँ

कर्ज़ चुकाना पड़ता है, हर मर्ज चुकाना पड़ता है, हँसी हँसो एक पल की तो, हर दर्द चुकाना पड़ता है।

जीवन भी ये सरल कहाँ है, हर मोड़ एक अनजान कड़ी है, झूटी हर मुस्कान के पीछे, दर्द भरी एक छाप पड़ी है।

अश्को के ये दाग मिटाना, इस दुनिया में सरल कहाँ है, नमक हाथ में भरा सभी के, जख्म दिखाना सरल कहाँ हैं।

आस किसी से रखना मुश्किल, घात छुपाना पड़ता है, अपनों की परवाह के खातिर, हर फ़र्ज़ निभाना पड़ता है, हाँ जीवन भी आसान कहाँ, हर कर्ज चुकाना पड़ता है।

©Lost~soul
  #tanha #फर्ज