हर किसी के भाव हर चीज से अलग तरह से जुड़े होते हैं , कुछ लोगों को संगीत सुनकर आनंद आता है तो कुछ उसमें अपनी जिंदगी को महसूस करके रो पड़ते हैं..... आंसुओं का बहना स्वाभाविक है, स्वाभाविक है भावनात्मक होना । इस ब्रह्मांड में भाव प्रकट करने की स्वाधीनता हमें पहले से मिली हुई है जो कोई भी कभी हमसे छीन नहीं सकता और इसको लेकर किसी का कुछ कहने का अधिकार नहीं बनता ।
वह लड़की अपने पैसों से गई या किसी और के , उसके परिवार वाले क्या करते हैं या वह कौन सी जनरेशन से आती है .... इन सब से हमें कोई लेना-देना नह #Life