कई अल्फ़ाज़ उठे थे फूट फूट के रोने को, मन ने बड़ी मुश्किल से शांत करवाया, अनायास ही जज़्बातों का सैलाब उठा, फिर उसकी कलम को कोई रोक ना पाया जज़्बातों की कलम है, रोके नहीं रुकती.. #अल्फ़ाज़ #जज़्बात #सैलाब #कलम #yqbaba #yqdidi Photo credits : wallpaper cave.com