तनहाई की सड़क पर, एक उम्मीद है कायम फिर भी, निकलूँगा इससे पता है मुझे, खुशगवार है यहाँ का मौसम भी, तव्वजो देने की बात है सिर्फ, मसला है न कोई, न है कोई गम, दरकार है तो बस, मुकाम-ए-हासिल, हो जाए ग़र तल़ब, तन्हाई है क्या, क़मर भी पूछताछ करेगा, बदस्तूर इनायत है क्या? फितूर है या सिर्फ रिवायत है, इस शख्सीयत की, ज़िन्दान में है, पर अर्श पर है उम्मीदें इसकी।। तन्हाई की सड़क पर... #तन्हाईकीसड़क #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi