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हम औरते या लडकियां अपने जीवन काल में न जाने कितनी

हम औरते या लडकियां अपने जीवन काल में न जाने कितनी बार   क्या हूवा ,कैसे हूवा , किसने किया और क्या करू के सवाल से गुजरती हैं, इन सवाल का जवाब न दे पाना ही महिलाओं को कमज़ोर बनाता है।
कारण होता है :
  अश्लील हरकतों की समझ न होना ,
 सार्वजनिक ,या ऐसे स्थानों में होना जहां सोचा भी न जा सके, (स्कूल,मंदिर ....)
  जब रिस्तो की मर्यादा टूटती हैं
 उन्हे तो मर्दों से बचना सिखाया जाता हैं , अब शिकार हुई तो दोसी कौन , अब वो क्या करे बताए या छुपाऐ।

©पूनम रावत महिला अपराध रोकने के लिए  कानून बनाने से ज्यादा जरूरी है, उनमें अपराध पहचानने व उस पर उचित प्रतिक्रिया के लिए जागरूक करना..

#नारीसशक्तिकरण 
#नारीसुरक्षा
हम औरते या लडकियां अपने जीवन काल में न जाने कितनी बार   क्या हूवा ,कैसे हूवा , किसने किया और क्या करू के सवाल से गुजरती हैं, इन सवाल का जवाब न दे पाना ही महिलाओं को कमज़ोर बनाता है।
कारण होता है :
  अश्लील हरकतों की समझ न होना ,
 सार्वजनिक ,या ऐसे स्थानों में होना जहां सोचा भी न जा सके, (स्कूल,मंदिर ....)
  जब रिस्तो की मर्यादा टूटती हैं
 उन्हे तो मर्दों से बचना सिखाया जाता हैं , अब शिकार हुई तो दोसी कौन , अब वो क्या करे बताए या छुपाऐ।

©पूनम रावत महिला अपराध रोकने के लिए  कानून बनाने से ज्यादा जरूरी है, उनमें अपराध पहचानने व उस पर उचित प्रतिक्रिया के लिए जागरूक करना..

#नारीसशक्तिकरण 
#नारीसुरक्षा