"क्यूं सोचता है तू,की लोग क्या कहेंगे कहने दे जिसे जो कहना है"। "पंखों में भर के साहस , भर ले उम्मीद की उड़ान तू"। "क्यूं जीता है डरकर और सिकुड़कर तू, करके खुदकी पहचान साहस से तू जी"। "निरंतर अभ्यास और प्रिय प्रयास से, दे जा अपने सामर्थ्य का प्रमाण तू ; क्यूं सोचता है कि लोग क्या कहेंगे"। "क्यूं जीता है दुनिया के दोहरे मापदंडों और उसूलों पर,अपनी जिंदगी अपने उसूलों पर तू जी"। "उलझकर लोगो के कहे-अनकहे सवालों में क्यूं रहता है परेशान; होकर दुनियादारी से अनजान, बेफिक्रा अपनी मस्ती में तू जी"। "वजूद (अस्तित्व)खुद का कुछ ऐसा तू बना, की देखकर तेरी अभिव्यक्ति विरोधक भी आश्चर्य से भर जाए"। @Tej Vinay #क्यूं सोचता है कि लोग क्या कहेंगे #उम्मीद की उड़ान #साहस#बेकिक्रा #उसूल#आश्चर्य #अनुभव की कलम से