बड़े शान से रहती है बड़ा इतराती है और उसकी यही अदा तो मुझको भाती है । मैं सदियों तक घूरता रहता हूं उसको वो एक लम्हा देखकर ही शरमाती है ।। करती है प्यार वो भी मुझे पागलों जैसा वो चुप रहती है उसकी आंखें बतलाती है । बातें करती है वो मुझसे चाँद तारों की पर मेरे सामने आते ही वो छिप जाती है ।। दिल की है मासूम मिज़ाज़ से है चंचल कभी रुलाती है कभी रुला के हँसाती है । मिलते है जब तो झूम उठती दुनिया मेरी पर जान भी ले जाती है जब वो जाती है ।। #love #lovepoets #lovepoetry