कीमती वक़्त को अपने जाया न कर तेरा मन न हो तो मिलने आया न कर अभी तो ठीक से तेरे हुए भी नहीं थे इतनी जल्दी तो हमको पराया न कर मैं रातों को जागू या दिन में सोऊ मेरे खाबो में आकर सताया न कर मैं करीब आकर पहले माथे को चूमूँगा मेरे करीब आने से तू सरमाया न कर एक पल में हसना, पल में रूठ जाना इस तरह दिल पे खंजर चलाया न कर परवाह होगा तो दिल खोलकर करना यू झूठ का परवाह हमें जताया न कर मैं शामिल हूं जब तक तेरी जिंदगी में तू आंखो से कभी आंसू बहाया न कर मैं एक दिन खामोशी से लौट जाऊंगा यू मुझे रकीब के किस्से सुनाया न कर ©Shivam Agrahari (Barfi) कीमती वक़्त को अपने जाया न कर तेरा मन न हो तो मिलने आया न कर अभी तो ठीक से तेरे हुए भी नहीं थे इतनी जल्दी तो हमको पराया न कर मैं रातों को जागू या दिन में सोऊ मेरे खाबो में आकर सताया न कर