कहती है दुनिया जिसे इश्क जानेमन उस एक लब्ज़ में छुपी कायनात है गिर जाते हैं जब तख्त कदमों में उस मोहब्बत से खुद ही गैर हो जाते हैं कोई आन्हें भरता है, कोई जिल्लत से जीता है बनते नही ताज महल अक्सर बागबानों में इल्म न होता इंसानों को मीलों और कोसों तक पर जलते दिलों का धुआं तारों को धुंधला कर जाता है कहते हैं जब प्यार हो तो दिए जल उठते हैं पर लौ की कुर्बानी रोशनी से ही नही तलवों की कालिक से पता चलती है — % & Inspired from song Ayat, Bajirao Mastani #hindiquotes #hindipoetry #hindipoem #diya #love #burn