हाथों में चाय की प्याली हो, जज्बात भरे सवाली हो, दुनिया से बच के फिर भी आँखे चार हो जाय, महाकुम्भ में ये दिल हरिद्वार हो जाय।। ©Deepak Mishra #फेरो_न_नज़रों_को #Fero_na_Nazaron_ko #Fero_Na_Nazron_ko #DeepakMishra #कलमगीर #shayri