आज मेरी मंजिल न होती , उम्मीद यदि उनकी आंखों में देखी न होती । स्वयं को भी न पचाना होता , जीवन यदि उनका जाना न होता । उसे पाने की चाह न होती , संघर्ष यदि उनका देखा न होता । अपने सफर के लिए साधन न होता, सफर यदि उनका देखा न होता । उन्हें लिख तो नहीं सकती हूं, लेकिन इतना कह सकती हूं, बो एक दरिया है, समुद्र तक ले जाने का जरिया है। ©Divya Hariwanshi parents poetry in hindi hindi poetry on life love poetry in hindi a love quotes