कह न पाए कुछ भी जुबां से,आंखो को मिलाया नहीं। तुमसे मिलने का तरीका अब तलक आया नहीं।। फूल क्या है,तितली क्या है,क्या घटा,क्या बारिश । तुम से बढ़कर खूबसूरत इस जहां में साया नहीं।। तुम कोई जादू हो क्या कि हो नहीं पर फिर भी हो। तुमको हमने पा कर भी, तुमको पाया नहीं।। यहां में कितने ही मौसम मुझको रुला कर के गए। कोई नहीं मौसम तुमको लाया ही नहीं ।। तुमसे मिलकर क्या हुआ है आंखो को जान मेरी। बाद तुमसे मिल के हमको कोई भी भाया नहीं।। #मेरी_अल्फ़ाज़ #AKR #loveshayari