तुम किस मज़हब की बात कर रहे हो, हिन्दू की,मुस्लिम की या सिख-ईसाई की । काट के देखो सबका रक्त है "एक साई" की । हम में,तुम में,सब में बसा है इंसानियत नाम की । हम सब भाई-भाई है एक ही हिंदुस्तान की । मिल कर नारा लगाते है "इंक़लाब ज़िन्दाबाद" की । तुम किस मज़हब की बात कर रहे हो, हिन्दू की,मुस्लिम की या सिख-ईसाई की । - Ram N Mandal Tum kis mazahab ki baat kar rhe ho, Hindu ki, muslim ki ya sikh-ishai ki. Kat ke dekho sabaka rakt hai "ek sai" ki. Ham me,tum me, sab me basa hai insaniyat nam ki. Ham sab bhai-bhai hai ek hi hindustan ki. Mil kar nara lagate hai "inqalab zindabaad"ki. Tum kis mazahab ki baat kar rhe ho, Hindu ki, muslim ki ya sikh-ishai ki.