जिससे मिलो पूछता है क्या कर रहे हो आज कल कैसे हो यही सवाल कोई नही पूछता है आज कल सभी बस करते है अपने ऎश-ओ-आराम की बातें किसी के पास वक्त नही तेरी सुनने को आज कल एक गाने में सुना था कि जिंदगी इम्तिहान लेती है बस वही एक इम्तिहान दिये जा रहा हूँ आज कल तुम को पता चले तो किसी और को बता मत देना कोई सहानुभूति नही बस शांति चाहिए आज कल अब देखिये क्या लिखा है मेरे हथेली की लकीरों में कुछ बदलेगा भी या लिखता रहूँगा यही आज कल #book_consideration