"इश्क़ आसमानी " (अनुशीर्षक में ....) इंद्रधनुष के सातों रंगो को जैसे चुरा लेती हैं लहरें समंदर की और उसी आसमां का रंग उतार लेती अपने अंदर "आसमानी" वरना तुम्हीं बताओ कहां पानी का कोई अपना रंग होता भला ... ठीक वैसे ही जैसे ओस की