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कभी फासलो का सोचा न था आएगी तेरे मेरे दर्मिया | कभ

कभी फासलो का सोचा न था आएगी तेरे मेरे दर्मिया |
कभी न होगी कोइ दुरी न गम दो दिलो  के दर्मिया |
फिर आज ये क्या  हुआ दुरिया तो मिट गई फ़ासले बड़ गए |
हाथों मे हाथ  तो हैं मगर रास्ते अलग हो गए |
मंजिल तो एक हैं  मगर रास्तो का पता भुल गए|
फिर आज वो मुझे भुल गए |
#violin #PB #MyWriteup

कभी फासलो का सोचा न था आएगी तेरे मेरे दर्मिया | कभी न होगी कोइ दुरी न गम दो दिलो के दर्मिया | फिर आज ये क्या हुआ दुरिया तो मिट गई फ़ासले बड़ गए | हाथों मे हाथ तो हैं मगर रास्ते अलग हो गए | मंजिल तो एक हैं मगर रास्तो का पता भुल गए| फिर आज वो मुझे भुल गए | #violin #PB #MyWriteup

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