महबूब मेरे तेरी एक नजर मेरी दुनियाँ को जन्नत बनाने के लिए काफी है, तू ही मेरा हमदम मेरा हमसाया तू ही मेरे जीवन के सफर का साथी है। मेरी महबूब तेरी वो पहली नज़र, तन्हा दिल को फ़िगार कर गई। कुसुमित बेल सी लिपट मुझसे, मेरे जीवन को सुगंधित कर गई। #अशोक_अरुज #अलफ़ाज़_जो_लिखे_तेरी_याद_में ♥️ महबूब मेरे ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़