यूं तो आज की ये शाम थोड़ी सर्द है कुछ देर बाद हमेशा की तरह ये साम भी रात की अंधेरी चादर ओढ़ के सो जाएंगे मूसलसल फिर शुरू होगी जुग्नुओ की वो नाकाम कोशिश अपनी चमक से इस रात के अंधेरों को दूर करने की कोशिश में थक कर वो भी सो जाएंगे यूं ही हरी भरी तेरे गमों की फसले आंखों के रास्ते इस दिल में उतर जाएंगे फिर लौट के आना ना होगा मुमकिन जो आंख लगी तो निंदो के समुंदर में हम भी खो जाएंगे उसकी यादों के सिवा कुछ नहीं है पास अपने अगर ये भी ना रहीं तो बेघर हो जाएंगे #NojotoQuote #eighth #quote