अब ना मुझे जीवन में आने वाले लोगों की उत्सुकता, अब ना ही जीवन से जा रहे लोगों के लिए अफसोस, परिस्थितियां बना देती इतना सम की सब होता बेअसर, एक दिन मिलेगा सबकुछ पर मुझे नहीं लौटना अब, वहां जहाँ इंसान के अच्छाई से ज्यादा महत्व बुराई को हो, और इतना साबित करते करते फिर बचती है खामोशी, ये खामोशी स्वीकार है यही सबसे श्रेष्ठ है शेष सब भ्रम। ©Priya Gour अति सर्वत्र वर्जते...☺ #Women #NojotoWriter #28October 1:14