दौड़ती भागती सी ये दुनिया कहां किसी की सुध लेती है जो है नहीं उसे तस्वुर में कितना बुनती गुनगुनाती है क्यों है करीब उसे यहां कहां वक्त दिया करती है जानें ये दुनिया ज़िंदगी कहां जिया करती है ए ज़िंदगी क्या हर शख़्स से तू ऐसे ही गुज़रा करती है दौड़ती भागती सी ये दुनिया कहां किसी की सुध लेती है जो है नहीं उसे #तस्वुर में कितना बुनती गुनगुनाती है क्यों है #करीब उसे यहां कहां वक्त दिया करती है जानें ये #दुनिया #ज़िंदगी कहां जिया करती है #ए_ज़िंदगी क्या हर शख़्स से तू ऐसे ही गुज़रा करती है #nojoto #nojotohindi #hindinama #kavishala