कभी कभी, उनकी ख़ैरियत की खबर, मुझे मिल जाए । बस उसे अपने ख़ामोशी के गोंद में डुबो कर; हलके से, मन की दीवारों पर लगा लूँ ।। यह पुरानी दरारें भर जाएँ । यह ज़िन्दगी पुख़्ता हो जाए ।। #पुख़्ता #CalmKaziWrites #YQDidi #YQBaba