रावण के साथ कई दिन युद्ध करते देख विजय की आशंका से भयभीत भीषण जय श्री राम से पूछा भगवान रावण तो विशाल रतभर अरुण है आपके पास ना रात है ना पद यात्रा ऐसे में आप रावण को कैसे पराजित करेंगे यद्यपि इस आशंका के बीच में भीषण का राम के प्रति अगाध प्रेम का भगवान अपने भक्तों को ऐसी स्थिति में कैसे देख सकते हैं मैं उन्हें निर्णय करते हुए बोले प्रियवर विजयश्री दिलाने वाला तो कोई दूसरा होता है जो शायद आपको दिखाई नहीं दे रहा है किंतु वह मेरे पास है ©Ek villain #Gulaab कार्य सिद्धि