अक्सर इंसान को प्यार में धोका मिल-सा जाता है पर चंद पैसों के लिए वो अपने ईमान और अपनों से हार जाता है। में ये नहीं कहती कि मोह माया का मोल नहीं है लेकिन तुम परिवार के अगर टुकड़े भी करो तो शायद पछतावा नहीं होगा आखिर मज़बूरी सब सिखा ही देती है । पर जब ये रिश्तों की डोर ही उनसे नहीं संभलती तो इससे ज्यादा उम्मीद भी क्या करें। जो बीत गया और जो बीता है वो कभी भुलाया नहीं जाता बाकी जो रह गया है वो बस दिल पे पत्थर सा बनाके सब कुछ सह जाता है। #FamilyDrama#LifeExperience