................. ©Magical Words ( rupali yadav) प्रेम में हारी हुई प्रेमिकाएं बन जाया करती हैं पत्थर। पर उनकी आँखें नहीं होती पत्थर की उनमें कभी कठोरता नहीं आती, उनमें होती है तो सिर्फ नमी। ये नमी गला देती है पत्थर को