Nojoto: Largest Storytelling Platform

किसी सुबह होंठ यूँ ही बड़बड़ाने लगते हैं तुम्हारी

किसी सुबह होंठ यूँ ही बड़बड़ाने लगते हैं
तुम्हारी याद में शब्दों कि फिक्र कहाँ होती है
बस कभी ग़ज़ल तो कभी नज़्म गुनगुनाने लगते है
#umasahub #umasahub #nojoto
किसी सुबह होंठ यूँ ही बड़बड़ाने लगते हैं
तुम्हारी याद में शब्दों कि फिक्र कहाँ होती है
बस कभी ग़ज़ल तो कभी नज़्म गुनगुनाने लगते है
#umasahub #umasahub #nojoto
umabharti6859

Uma Bharti

New Creator