#लंगड़ा कुत्ता# आज पहाड़ी पर एक लंगड़े कुत्ते को देखा, उसके पंजे कटे हुए थे। मगर फिर भी वह मंजिल तक पहुचने के प्रयास में डटे हुए था। इतने कठिन और मुश्किल हालात में भी वह सिर्फ अपनी जिजीविषा के बल पर खड़ी पहाड़ियों को चुनौती दे रहा था। और हम इंसान जरा सी तकलीफ और दुःख क्या पड़ा तो उसका रोना लेकर बैठ जाते हैं। वो बेजुबां किससे अपनी पीड़ा कहेगा और किससे अपने दुखों का रोना रोएगा। हमे सीखना चाहिए दुःख और तकलीफ में भी आगे बढ़ने का साहस उस कुत्ते से, हमे सीखना चाहिए मुश्किलों का दृढ़ता से सामना करना उस कुत्ते से। -सौरभ दुबे “संकल्प” ©Saurabh Dubey #लंगड़ा कुत्ता