Nojoto: Largest Storytelling Platform

उसके दिए जख्मों पर लगाना मलम छोड़ दी.. उसको भूल

उसके दिए जख्मों पर लगाना मलम छोड़ दी.. 

 उसको भूलने की खाई थी कसम आज वो कसम तोड़ दी 

हमारी शायरी में ना हो जाए उसकी बेवफाई का जिक्र .
इसलिए हमने अपने हाथों से अपनी कलम तोड़ दी अपने हाथों से अपनी कलम तोड़ दी
उसके दिए जख्मों पर लगाना मलम छोड़ दी.. 

 उसको भूलने की खाई थी कसम आज वो कसम तोड़ दी 

हमारी शायरी में ना हो जाए उसकी बेवफाई का जिक्र .
इसलिए हमने अपने हाथों से अपनी कलम तोड़ दी अपने हाथों से अपनी कलम तोड़ दी
mannatmaan5640

mannat maan

New Creator