बिछड़ के दिल तड़प सा जाता कैसे कहे क्या महसूस होता वो वक़्त वो लम्हा वो प्यार वो अहसास लफ्ज़ो में बयान करना मुश्किल है प्यार इश्क़ मोहब्बत न समझ के भी समझ आने लगा था उसकी तड़प मिलने की ख़ुशी बिछड़ने का गम को महसूस करके जो बेचैनी होती उसके अहसास को बयां करने के लिए लफ़्ज बने ही नही... Sadhna Som.... Story ...part 9