कुछ रिश्ते दोस्ती के होते है परिवार जैसे कुछ तो दिल के सच्चे कुछ तो बच्चों जैसे मत जाने दो उनको अपनों से दूर कहीं टूट जाते हैं वो भी रिश्ते टूटते हैं जैसे कुछ दोस्त तो मेरे भी है कुछ पुराने से याराना चला आ रहा हैं उनसे जमाने से रूठ गए थे मानो मुझसे कुछ बोल जाने से बातें ही नहीं होती उनसे अब कई ज़माने से भुलाकर बीती बात को मुझसे बात तो करो भुला कर उन तकरार को मुझे याद तो करो मिलूंगा मैं आज भी वही पुराने विकास के जैसा वक्त निकाल मुझसे सवालात तो करो...... विकास सोनी ♥️ #Hope कुछ रिश्ते दोस्ती के होते है परिवार जैसे कुछ तो दिल के सच्चे कुछ तो बच्चों जैसे मत जाने दो उनको अपनों से दूर कहीं टूट जाते हैं वो भी रिश्ते टूटते हैं जैसे कुछ दोस्त तो मेरे भी है कुछ पुराने से याराना चला आ रहा हैं उनसे जमाने से रूठ गए थे मानो मुझसे कुछ बोल जाने से