जब कोई मरीज़ आता है जीने की उम्मीद के साथ, लड़ते हैं हम उसकी उम्मीद के लिए उम्मीद ले साथ। हर रोज़ जा रहे हैं छोड़कर लोग उम्मीद का हाथ, शरीर की सीमाओं के बाद भी रूकते नहीं है हाथ। हस्पताल भी लगता है जैसे कोई जंग का मैदान, जहाँ लड़ते हैं सब पीड़ित और उनका परिवार। जब जोड़ते हैं वो हमें अपनी इस लड़ाई में अपने साथ, जूड़ जाते है सम्मुख दीनता से उनके दोनों काँपते हाथ। माना हम कोई भगवान के अवतार नहीं, लड़ेंगें अनवरत जब तक संगर है सही। ये दुश्मन भले आकार में नगण्य आकारी है, पर इसकी संख्या आज भी बदस्तूर जारी है। हम लड़ेंगे पसीने से होकर तर-बदतर, शरीर की सीमाओं के उस पार तक। घूटने टेकें नहीं हैं हमनें मृत्यु के द्वार तक, संभव हो तो सकुशल अंदर रहिये घर-द्वार तक। Doctor Sahab! 🙏🙏 #cinemagraph #yqdoctor #yqmareez #yqjeena #yqmarna #yqjang #yqsaumitr