Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात भर कल इक चाँद का साया आगोश में सिमटा रहा, हम त

रात भर कल इक चाँद का साया
आगोश में सिमटा रहा,
हम तो बस शीतल चाँदनी में उसके
हर सरमाया से रूबरू होते रहें।।

©Rajiv Jiya Kumar
  #दिल की बात।

#दिल की बात। #शायरी

144 Views