सिर्फ एक तुम हो मेरे बाकि तो बस अजनबी लगते हैं जरुरी कुछ भी नहीं तुम्हारे अलावा तुम हो तो ये साँसे भी लाज़मी लगते हैं ज़िन्दगी के आख़िरी दौर तक अब ऐसे ही शामिल रहना ख़त्म ना हो जो सफर कभी कुछ यूँही नदियों सा संग बहना पता हैं ना तुमसे दूर हो कर ये मेरी आँखे रात भर जगते हैं सिर्फ एक तुम हो मेरे बाकि तो बस अजनबी लगते हैं ✍️ Rahul Srivastava ❤️सिर्फ तुम हो मेरे..❤️ #Love #HindiPoetry #SirfTum #LoveRelationship #LoveYouPoem #HindiLovePoem #RSLovePoetry #RahulSrivastava #Najoto