बायोग्राफी आँफ 420 लोग 420 लोग एक इंसान हैं क्या, वह इंसान नहीं एक शैतान हैं ? इंसान के रूप में इंसान नहीं हैं, वह शेर के खाल मे भेड़िया हैं। न आगे खुद बढ़ता हैं, नहीं किसी को आगे बढ़ने देता हैं। अगर हौसला जो रखें कुछ करने का, उसका भी काम बिगाड़ देता हैं। अगर मैं नहीं बढ़ सका आगे, तो किसी और को भी नहीं बढ़ने दुँगा आगे। इंसान के रुप में भेङिया हूँ, यही मेरी पहचान हैं। By Amarjeet Kumar बायोग्राफी आँफ 420 लोग