जरा उठ कर देखो तो सही; कितने लोग जाग रहे है, भले सूरज का उजाला है नहीं; तेरी रोशनी में ही खोजते है, अपने सपनों को कही; अगली सुबह की राह में, बस साथ तेरा ही है यही। रात में बातें करने के लिए जब कोई नहीं होता है पास ऐसे में चाँद से अच्छा दोस्त कौन हो सकता है मगर कभी-कभी उसको भी नींद आ जाती है। उसे उठाइए, बातों के लिए मनाइए #चाँद #yqdidi