ज़िन्दगी यूँ तो एक माचिस की डिब्बी की तरह है, छोटी सी गिनती की तीलियाँ हैं अंदर एक दिन की एक तीली तीली-तीली करके जलते हैं रोज़ कभी किसी की जेब में इधर कभी किसी के हाथ में उधर कुछ तीलियाँ अच्छे काम आती हैं कुछ दिन बारिश भी आती हैं भीग जाता हूँ उस दिन नहीं रहता किसी के काम का अगले दिन खुद को सुखा कर चल पड़ता हूँ आग लगाने, एक दिन ख़ाली हो जायेगी यह माचिस तब तक जलते रहो, सुलगते रहो और रौशनी करते रहो #nojotohindi #hindi #zindagi #maachis #माचिस