मांगना भी एक अद्भुत कला है घटना है वर्ष 1971 की क्लास 9th, DAV school Chandigarh उन दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था, स्कूल में एक दिन रिसेस में हम सब क्रिकेट मैच देख रहे थे, रिसेस खत्म होने की 🔔 कब बजी पता ही नहीं चला, जब याद आया तो Already 10/ मिनट हो चुके थे। Monitor था क्लास का सो आगे मुझे ही चलना था, क्लास रूम पहुंचे देखा हमारे इंग्लिश के Grover sir, बैठे हुए थे, उन्होंने आंख के इशारे से अंदर आने को कहा और हम सब अंदर आ कर खड़े हो गए, उन्होंने ना बिओठने को कहा न ही कोई बैठा, वो बस मैं से घूर रहे थे हम सब